न्यूज डेस्क
इजरायल हमास जंग के बीच अब ब्राजील ने भी तेल अवीव को बड़ा दिया है। ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज नइनासियो लूला डा सिल्वा ने इजरायल से अपने राजदूत को वापस बुला लिया है। दोनों देशों में गाजा हिंसा को लेकर पिछले चार महीने से तनाव पैदा हुआ था। ब्राजील के आधिकारिक राजपत्र में इस कदम की जानकारी दी गई है।
इजरायल की और से तत्काल ब्राजील के इस फैसले पर कोई जवाब नहीं आया। लूला कई बार गाजा में इजरायल के आक्रमण की आलोचना कर चुके हैं। इस साल की शुरुआत में उन्होंने गाजा युद्ध की तुलना यहूदियों के नरसंहार से की थी। इजरायल के विदेश मंत्री इजराइल काट्स ने ब्राजील के राजदूत को यरूशलम में स्थित राष्ट्रीय होलोकॉस्ट संग्रहालय में बुलाकर सार्वजनिक रूप से नाराजगी जाहिर की थी। इसके बाद लूला ने ब्राजील के राजदूत फ्रेडरिको मेयेर को वापस बुला लिया था।
बुधवार को ब्राजील की इस कार्रवाई के बाद दोनों देशों के बीच तनाव और राजनियक संबंधों में कड़वाहट सामने आई है। इजराइल में ब्राजील का दूतावास है, लेकिन राजदूत का पद खाली हो गया है। मामले से अवगत ब्राजील विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार ब्राजील ने काट्स के कदम के जवाब में और इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए अपने राजदूत को वापस बुलाया है कि उस घटनाक्रम के बाद से कोई सकारात्मक बदलाव नहीं हुआ है। मेयेर का जिनेवा तबादला कर दिया गया है और वह संयुक्त राष्ट्र में ब्राजील के स्थायी मिशन में शामिल होंगे।
इस घटना को इजरायल के लिए एक बड़ा झटका के रूप में देखा जा रहा है। क्योंकि हाल में स्पेन, आयरलैंड और नॉर्वे ने फिलिस्तीन को देश के तौर पर मान्यता दे दी है। गाजा में इजरायल पिछले साल 7 अक्टूबर 2024 से हमला कर रहा है। इस हमले में अब तक 36 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। जबकि 81 हजार से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं। जिसमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। इस बीच इजरायल ने राफा में रिफ्यूजी कैंपों पर हमला कर रहा है, जिसमें ज्यादा लोगों की मौत हो रही है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक दिन में 78 लोगों की मौत हुई है।