न्यूज डेस्क
गर्मियों में मौसम में लोग अक्सर खुद को ठंडा रखने और गर्मी से बचने के लिए कोल्ड ड्रिंक्स पीना पसंद करते हैं। अगर आप भी उन लोगों में से हैं, जो आए दिन कोल्ड ड्रिंक्स पीते रहते हैं, तो अपनी इस आदत को तुरंत सुधार लें। दरअसल, गर्मी से राहत पाने के लिए आप जिन ड्रिंक्स को बड़े शौक से पी रहे हैं, वह आपकी सेहत को काफी नुकसान पहुंचाते हैं। कोल्ड ड्रिंक्स ज्यादा पीने से आपके शरीर को कई परेशानियां हो सकती हैं। ऐसे में सभी के लिए यह जानना जरूरी है कि कोल्ड ड्रिंक्स का सेवन करने से शरीर को कौन से बड़े नुकसान हो सकते हैं।
कोल्ड ड्रिंक्स में नहीं होते पोषक तत्व
हेल्थलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक कोल्ड ड्रिंक्स में पोषक तत्व नहीं होते हैं, जबकि शुगर और कैलोरी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। शुगर का अधिक मात्रा में सेवन करने से हेल्थ पर बुरा असर पड़ता है। खासतौर से शुगरी ड्रिंक्स का सेहत पर सबसे ज्यादा बुरा असर पड़ता है। कोल्ड ड्रिंक्स और अन्य पैकेज्ड जूस को शुगरी ड्रिंक्स कहा जाता है और इनका सेवन कम से कम मात्रा में करना चाहिए। अत्यधिक कैलोरी से शरीर का वजन बढ़ सकता है, क्योंकि इसे पीने से आपका पेट भरा हुआ महसूस नहीं करता, ऐसे में आप ज्यादा से ज्यादा कैलोरी का सेवन करेंगे।
कोल्ड ड्रिंक्स पीने के बड़े नुकसान
- हर रोज कोल्ड ड्रिंक पीने से डायबिटीज का खतरा काफी ज्यादा बढ़ सकता है। इसमें एडेड शुगर की काफी ज्यादा मात्रा पाई जाती है। जो टाइप 2 डायबिटीज का कारण बन सकती है।
- एडेड शुगर से भरपूर कोल्ड ड्रिंक पीने से ट्राइग्लिसराइड्स,एलडीएल कोलेस्ट्रॉल (कोलेस्ट्रॉल मैनेज करने में मदद करेंगे ये टिप्स) का स्तर बढ़ सकता है, इससे धमनियों में प्लाक जम सकता है, इससे हार्ट अटैक सहित अन्य दिल की बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है।
- कोल्ड ड्रिंक मे कैफीन की भी मात्रा होती है,जिसे रेगुलर पीने पर आपको डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है।
- शुगर बेस्ड कोल्ड ड्रिंक पीने से आपको नॉन एल्कोहॉलिक फैटी लिवर की समस्या हो सकती है।
- कोल्ड ड्रिंक पीने से आपका वजन बढ़ने लगता है। दरअसल इसमें चीनी और कैलोरी की काफी ज्यादा मात्रा होती है, वहीं इसको पीने के बाद आपको ज्यादा भूख लगने लगती है।
- वहीं कोल्ड ड्रिंक्स में फ्रक्टोज की काफी मात्रा होती है जो पेट के आसपास फैट जमा कर सकता है, इससे आपका बेली फैट बढ़ सकता है।
- रोजाना कोल्ड ड्रिंक पीने से आपके दांत खराब हो सकते हैं। इसमें दांतों में सड़न और कैविटी (ऐसे करें कैविटी से बचाव) की शामिल है।