पटना (बीरेंद्र कुमार): आरजेडी विधायक और पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने रविवार को अपने ही नेता के बयान पर पलटवार किया। पिछले दिनों उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने सुधाकर सिंह के बयान पर बिना नाम लिए कहा था कि जो नीतीश कुमार के खिलाफ बोलेगा, वह बीजेपी का एजेंट माना जाएगा। तेजस्वी के इस बयान पर सुधाकर सिंह ने साफ शब्दों में कहा कि मैं नहीं, बल्कि नीतीश कुमार बीजेपी की एजेंट है। नीतीश कुमार बीजेपी के एजेंडे पर काम कर रहे हैं। मुझे नहीं बल्कि नीतीश कुमार को बीजेपी का एजेंट कहिए।
कुशवाहा जैसे लोगों को बोलने का अधिकार है और ना क्षमता
पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने कहा कि अब बिहार का भला तभी हो सकता है, जब नीतीश कुमार मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ेंगे। जेडीयू नेता उपेंद्र कुशवाहा के खरमास के बाद कार्रवाई होने वाले बयान पर सुधाकर सिंह ने कहा कि वे उपेंद्र कुशवाहा जैसे मुद्दों का जवाब नहीं देते हैं। वैसे आरजेडी के आंतरिक मामलों में उपेंद्र कुशवाहा जैसे लोगों को बोलने का न तो अधिकार है और ना ही क्षमता है। आरजेडी के फैसले लालू यादव और तेजस्वी यादव लेते हैं। दोनों को पता है कि सुधाकर सिंह पार्टी के हित के लिए काम कर रहे हैं।
बिहार में बीजेपी के एजेंडे पर चल रहे हैं नीतीश कुमार
नीतीश कुमार के खिलाफ बागी तेवर अपना चुके सुधाकर सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार बीजेपी की नीतियों को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। बीजेपी ने देश भर में किसानों के खिलाफ काम किया और मंडी कानून को रद्द कर दिया। इसके खिलाफ देशभर के किसान रोड पर उतरे और 700 किसानों ने अपनी जान की कुर्बानी दी। नीतीश कुमार ने बिहार में बीजेपी के एजेंडे पर किसान विरोधी कानून लागू किए हैं। वह बीजेपी का विरोध करने का सिर्फ दिखावा भर कर रहे हैं।
बिहार में समाधान यात्रा निकालने की जरूरत नहीं
सुधाकर सिंह ने एक कदम और आगे बढ़ते हुए तेजस्वी यादव के समाधान यात्रा में शामिल होने को लेकर कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को न बिहार में समाधान यात्रा निकालने की जरूरत है और ना ही देश की यात्रा करने की जरूरत है। बिहार विधानसभा में हर सत्र में जनता के प्रतिनिधि विधायक सवाल उठाते हैं। नीतीश कुमार उनका ही समाधान कर दें, तो जनता की समस्याओं का स्वतः ही समाधान हो जाएगा और उन्हें समाधान यात्रा निकालने का दिखावा करने की कोई जरूरत नहीं पड़ेगी। सुधाकर सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार को देश की यात्रा करने की भी जरूरत नहीं है। नीतीश कुमार दिल्ली जाएं और वहां जाकर सोनिया गांधी जी को आवेदन दे दें कि वे यूपीए का समर्थन करते हैं और कांग्रेस के नेतृत्व में ही काम करेंगे। इससे ज्यादा उन्हें और कुछ करने की जरूरत नहीं है।