न्यूज़ डेस्क
इंडिया गठबंधन को फिर से जम्मू कश्मीर में बड़ा झटका लगा है। पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ़्ती ने कहा है कि बीजेपी को हराने के लिए वह इंडिया गठबंधन के साथ गई थी लेकिन नेशनल कॉन्फ्रेंस के रवैये से उन्हें निराशा हुई है। यही वजह है कि अब वह गठबंधन से अलग होकर चुनाव लड़ेगी। पीडीपी अब अकेले चुनाव मैदान में उतरेगी। महबूबा के इस ऐलान के बाद अब जानकार कहने लगे हैं कि यह सब बीजेपी के दवाब का नतीजा है। पीएम मोदी पिछले दिनों जम्मू कश्मीर गए थे और उसके बाद महबूब का यह बयान बहुत कुछ कह रहा है।
जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम मुफ्ती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने खुद कहा कि वे गठबंधन में नहीं हैं। हम चाहते थे कि पीएजेडी जारी रहे लेकिन हर कोई जानता है कि इस पीएजेडी को किसने खत्म किया। हम कांग्रेस से बात करेंगे क्योंकि हम इंडिया गठबंधन में हैं। पीएजेडी एक लोकतांत्रिक गठबंधन था लेकिन जिस तरह से यह बिखरा है वह बहुत निराशाजनक है। हमें सामूहिक प्रयास करना चाहिए था। हमने बहुत प्रयास किए, लेकिन उन्होंने (उमर अब्दुल्ला) बिना किसी बातचीत के घोषणा कर दी कि वे तीनों सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
वहीं, मुफ्ती के इस तरह से गठबंधन से अलग होने पर पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा कि अगर उन्हें पहले पता होता कि नेकां को पीडीपी के साथ साझेदारी करनी पडे़गी तो उनकी पार्टी इंडिया गठबंधन में शामिल ही नहीं होती। अगर राहुल गांधी और सोनिया गांधी कहते हैं कि कांग्रेस के लिए छोड़ दें तो वह पीडीपी के बजाय कांग्रेस को सीट देना पसंद करेंगे। उमर अब्दुल्ला ने फिर कहा कि कश्मीर घाटी में सभी तीन लोकसभा सीटों पर नेकां स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ेगी और अपने बल जीत दर्ज करेगी।
बता दें कि घाटी में यह बदलाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के एक दिन बाद हुआ था। पीएम मोदी गुरुवार को घाटी के दौरे पर थे। यहां उन्होंने सूबे को करीब 64 सौ करोड़ रुपए की परियोजनाओं की सौगात दी।