अखिलेश अखिल
लगता ही इंडिया गठबंधन को सफलता नहीं मिल रही है। एक के बाद एक पार्टियां अलग होती जा रही है। पहले सभी विपक्षी पार्टियां एक साथ खड़ा होने की बात कर रही थी लेकिन अब सबके खेल अलग -अलग हैं। गठबंधन से जुड़े लोग और पार्टियां ही इस गठबंधन के साथ खेला करते नजर आ रहे हैं। पहले नीतीश कुमार और फिर जयंत चौधरी के बाद अब फारुख अब्दुल्ला ने ऐलान किया है कि जम्मू कश्मीर में उनकी पार्टी अपने डीएम पर ही चुनाव लड़ेगी। अब्दुल्ला के इस ऐलान के बाद अब कई और भी सवाल खड़े होने लगे हैं।
नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने श्रीनगर में कहा कि उनकी पार्टी स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ेगी। इस दौरान वह इंडिया गठबंधन से दूरी बनाते हुए दिखे। साथ ही उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के चुनावी बॉन्ड पर फैसले को लेकर कहा कि यह अच्छा है और वह चाहते हैं कि सरकार व अन्य राजनीतिक दल इसे स्वीकार करें और लागू करें।
कश्मीर में चुनाव को लेकर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि चुनाव जल्द होंगे। जहां तक सीट बंटवारे का सवाल है तो नेशनल कॉन्फ्रेंस स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ेगी। इसके बारे में कोई संदेह नहीं है।
वहीं, किसानों के विरोध पर सांसद ने कहा कि जब किसान बिल पेश किए गए तो विपक्ष ने उन विधेयकों की समीक्षा करने या संशोधन करने का अनुरोध किया, लेकिन वे बहुमत में बिल लेकर आए, जिससे 750 किसानों की जान चली गई। आज किसान फिर सड़कों पर हैं। चूंकि संसदीय चुनाव नजदीक हैं, इसलिए हमें नहीं पता कि केंद्र क्या कदम उठाएगा। लेकिन उन्हें उम्मीद है कि वे निष्पक्ष फैसला लेंगे और अतीत की गलतियां नहीं दोहराएंगे।
लक्षित हत्याओं को लेकर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि घाटी में काम की तलाश में आए निर्दोषों को निशाना बनाया गया। वहीं ईडी के समन को लेकर उन्होंने कहा कि वह खुद ईडी के निशाने पर हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं इस पर वह क्या कहूं। मुझे भी हाल ही में बुलाया गया था और मैं जल्द ही इसके लिए जाऊंगा।’
हाल ही वह अपने बेटे उमर अब्दुल्ला के साथ साऊदी अरब में उमरा (धार्मिक यात्रा) किया। इसे लेकर जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मैंने अल्लाह से हमारी मुश्किलें कम करने और कश्मीर में शांतिपूर्ण माहौल के लिए प्रार्थना की। मैंने प्रार्थना की कि हमारा पड़ोसी अपने तरीके सुधार ले। अब तक कितने ही बेगुनाह मारे जा चुके हैं। अब निर्दोंषों का खून नहीं बहना चाहिए।’