नई दिल्ली: अगर आप चुनाव के दौरान अपने क्षेत्र में मौजूद नहीं हैं तो भी वोटिंग कर सकते हैं। भारत निर्वाचन आयोग ने रोजगार, शिक्षा या अन्य कारणों से गृह नगर से देश में अन्य जगह बसे नागरिकों को रिमोट वोटिंग की सुविधा देने पर काम शुरू कर दिया है। निर्वाचन आयोग की इस पहल से वोटिंग प्रतिशत तो बढ़ेगा ही साथ ही आपको अपने पोलिंग बूथ पर मौजूद होने से भी छुटकारा मिल जाएगा।
निर्वाचन आयोग ने तैयार की रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन
भारतीय निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को कहा कि उसने घरेलू प्रवासी मतदाताओं के लिए ‘रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन’ का एक शुरुआती मॉडल तैयार किया है और इसे दिखाने के लिए राजनीतिक दलों को 16 जनवरी को बुलाया गया है। निर्वाचन आयोग ने कहा कि रिमोट वोटिंग के लिए प्रवासी मतदाताओं को मतदान करने के लिए अपने गृह राज्यों की यात्रा करने की आवश्यकता नहीं है। ईसीआई ने एक प्रोटोटाइप बहु-निर्वाचन क्षेत्र रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन विकसित की है और प्रोटोटाइप आरवीएम के प्रदर्शन के लिए राजनीतिक दलों को आमंत्रित किया है। प्रोटोटाइप आरवीएम एक रिमोट पोलिंग बूथ से कई निर्वाचन क्षेत्रों को संभाल सकता है।
निर्वाचन आयोग ने सभी राजनीतिक दलों को किया आमंत्रित
निर्वाचन आयोग ने बहु-निर्वाचन क्षेत्र प्रोटोटाइप रिमोट ईवीएम सिस्टम का प्रदर्शन करने के लिए सभी मान्यता प्राप्त 08 राष्ट्रीय और 57 क्षेत्रीय दलों को 16 जनवरी 2023 को आमंत्रित किया है। इस अवसर पर आयोग की तकनीकी विशेषज्ञ समिति के सदस्य भी उपस्थित रहेंगे। आयोग ने इस सिस्टम में किसी भी तरह के बदलाव या आपत्ति दर्ज कराने को लेकर मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों से 31 जनवरी 2023 तक लिखित जवाब देने का भी अनुरोध किया है।
2019 के लोकसभा चुनाव में 30 करोड़ लोगों ने नहीं की वोटिंग
आम चुनाव 2019 में मतदाता मतदान 67.4 प्रतिशत था और भारत का चुनाव आयोग 30 करोड़ से अधिक मतदाताओं के अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं करने के मुद्दे के बारे में चिंतित है और यह भी आयोग ने कहा कि विभिन्न राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में अलग-अलग मतदान हुआ।