रांची (बीरेंद्र कुमार): झारखंड में जैन समुदाय के प्रसिद्ध सम्मेद शिखरजी पारसनाथ की पहाड़ी पर दर्शन करने जा रहे स्कूली बच्चों को रोके जाने से वहां जमकर हंगामा हुआ है।इस दौरान नाराज लोगों ने मधुबन बाजार को बंद करा दिया। गैर जैन समाज के लोगों द्वारा विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने वहां मोर्चा संभाल लिया है।
गैरजैन धर्मावलंबियों की जैन मंदिरों में प्रवेश पर रोक लगाने से हुआ बवाल
प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले कुछ दिनों से पारसनाथ पहाड़ी स्थित जैनियों के मंदिर में गैरजैन धर्मावलंबियों के प्रवेश पर रोक लगाने से लोगों में आक्रोश में काफी गहरा गया है। ऐसे में जब आज स्कूली बच्चों को पारसनाथ पहाड़ी पर जाने से कुछ जैन यात्रियों के द्वारा रोका गया तो लोगों का गुस्सा बढ़ गया,और लोगों ने जैन धर्मावलंबियों का विरोध करना शुरू कर दिया। विरोध में गैरजैन समाज के लोगों ने मधुबन में बाजार बंद करवा दिया। यहां दोनों पक्षों के बीच नोक-झोंक होने की भी सूचना मिली है।
पुलिस ने संभाला मोर्चा
स्थानीय गैरजैन समाज के लोग लोगों ने मधुबन बाजार को बंद करने के बाद जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन किया, जिससे वहां की स्थिति काफी तनावपूर्ण हो गई। बाजार बंद करने के साथ ही आक्रोशित लोगों ने मधुबन थाना के गेट पर भी प्रदर्शन किया। सूचना मिलते ही एसडीओ एसडीपीओ पुलिस जवानों के साथ मधुबन पहुंचे और लोगों को समझाकर फिलहाल मामले को नियंत्रण में किया।
पर्यटन स्थल की जगह तीर्थ स्थल घोषित करने की मांग
गौरतलब है कि जैन समाज के लोग पारसनाथ को पर्यटन स्थल की जगह तीर्थ स्थल घोषित करने की मांग कर रहे हैं। वे राज्य सरकार द्वारा कुछ दिन पूर्व पारसनाथ को पर्यटन स्थल घोषित करने के फैसले को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। इस मामले में जैनियों का कहना है कि पर्यटन स्थल घोषित करने से जैन समाज के इस सबसे पवित्र स्थान की पवित्रता भंग होने का खतरा है। इस बात को लेकर जैन समाज का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सचिव विनय चौबे से मिलकर अपनी बात भी रख चुका है।