पटना: बिहार के सारण में जहरीली शराब से अब तक 85 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। आरोपियों के ठिकानों पर बिहार पुलिस लगातार छापेमारी कर कई गिरफ्तारियां कर चुकी है। इस बीच बिहार विधानसभा में सोमवार को भी जहरीली शराब से हुई मौतों पर हंगामा हुआ।
Patna | BJP MLAs protest questioning liquor prohibition in the State outside the Bihar Legislative Assembly pic.twitter.com/HTXllVgUfX
— ANI (@ANI) December 19, 2022
भाजपा ने विधानसभा में उठाया जहरीली शराब से हुई मौतों का मामला
मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने सदन की कार्रवाही शुरू होते ही मृतकों के परिजनों को मुआवजे की मांग करते हुए विधानसभा में जोरदार हंगामा किया। विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने सदस्यों को अपने स्थान पर जाने के लिए निवेदन करते रहे, लेकिन सदन में हंगामा जारी रहा।
पटना: भाजपा विधायकों ने बिहार सरकार की शराबबंदी नीति के खिलाफ बिहार विधानसभा के बाहर पोस्टर दिखाते हुए विरोध प्रदर्शन किया। pic.twitter.com/S5D6geepRF
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 19, 2022
नेता प्रतिपक्ष ने की न्यायिक जांच की मांग
हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने प्रतिपक्ष के नेता विजय सिन्हा को बोलने का मौका दिया। सिन्हा ने हंगामे के बीच सारण में जहरीली शराब पीने से मरने वाले लोगों के परिजनों को मुआवजे की मांग करते हुए इस मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग रखी। उन्होंने कहा कि जब गोपालगंज में जहरीली शराब से हुई मौत के बाद मुआवजा दिया जा सकता है, तो सारण में क्यों नही। उन्होंने प्रस्ताव रखा कि मृतकों के प्रति सदन में शोक प्रकट किया जाए।
स्थगित करनी पड़ी सदन की कार्रवाही
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा के अपनी बात रखने के बाद फिर से हंगामा होने लगा। इस दौरान विपक्षी सदस्य पोस्टर लेकर फिर से वेल में आ गए। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने मार्शल को पोस्टर लेने का आदेश दिया। हंगामा जारी रहने के कारण सदन को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित किया गया।