विकास कुमार
एक बार फिर एनसीपी के दोनों गुटों के नेताओं की मुलाकात से चर्चा का बाजार गर्म हो गया है। दरअसल डिप्टी सीएम अजित पवार और शरद पवार गुट के एक नेता के बीच मुलाकात हुई है। शिरुर से सांसद अमोल कोल्हे ने डिप्टी सीएम अजित पवार से मुलाकात की है। इस मुलाकात के बाद एक बार फिर कयासों का दौर शुरू हो गया है। दरअसल, अमोल कोल्हे, शरद पवार गुट की एनसीपी के नेता हैं।
इस मुलाकात के बाद कोल्हे ने बताया कि डिप्टी सीएम से मुलाकात के दौरान उन्होंने निवेश परियोजनाओं को लेकर बात की है। कोल्हे ने कहा कि डिप्टी सीएम अजित पवार से मुलाकात के दौरान मैंने शिरूर की दो प्रमुख निवेश परियोजनाओं को लेकर चर्चा की है। मेरे निर्वाचन क्षेत्र में दो प्रमुख परियोजनाएं हैं। इनमें पुणे-नासिक रेलवे लाइन और दूसरा इंद्रायणी मेडिसिटी में एक ही छत के नीचे अस्पताल स्थापित किए जाएंगे।
एक्टिंग की दुनिया से राजनीति में कदम रखने वाले अमोल कोल्हे ने कहा कि जब राज्य में महाविकास अघाड़ी गठबंधन की सरकार थी। तब अजित पवार ने इन परियोजनाओं के संबंध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। मुलाकात के बाद कोल्हे ने चाचा-भतीजे के बीच चल रही खींचतान पर बयान देने से इनकार कर दिया। कोल्हे ने कहा कि दोनों ही पार्टियां एनसीपी पर नियंत्रण चाहती हैं औऱ यह मामला चुनाव आयोग के पास है। अमोल कोल्हे ने कहा कि वे इस पर टिप्पणी नहीं कर सकते,क्योंकि वे इस प्रक्रिया का हिस्सा नहीं हैं।
इसी साल अजित पवार एनसीपी में बगावत कर शिवसेना-बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल हो गए थे। इसके बाद से ही दोनों गुटों के बीच चुनाव चिन्ह को लेकर खींचतान चल रही है। वक्त ही बताएगा कि एनसीपी के चुनाव चिन्ह पर किस गुट का कब्जा होगा।