न्यूज डेस्क
ऑस्ट्रेलिया फिर से वनडे क्रिकेट का वर्ल्ड चैंपियन बन गया है। रविवार को भारत के खिलाफ वर्ल्डकप के फाइनल मुकाबले में उसने भारत को छह विकेट से करारी शिकस्त दी है। रविवार को ऑस्ट्रेलिया ने छठी बार वनडे वर्ल्ड कप का खिताब जीता। इस हार ने भारतीय फैंस को 2003 वर्ल्ड कप फाइनल की याद दिला दी। 20 साल पहले कंगारुओं ने हमें जोहान्सबर्ग में 125 रन से हराया था।
अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में टीम इंडिया टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 240 रन पर ऑलआउट हो गई। 241 रन का टारगेट ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने 43 ओवर में 4 विकेट खोकर आसानी से हासिल कर लिया।
ट्रैविस हेड ने 137 रन की शतकीय पारी खेली, जबकि मार्नस लाबुशेन ने नाबाद 58 रन बनाए। इससे पहले, मिचेल स्टार्क ने 3 विकेट झटके, जबकि कप्तान पैट कमिंस और जोश हेजलवुड को 2-2 विकेट मिले। ट्रैविस हेड प्लेयर ऑफ द मैच रहे।
भारत के लिए पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करने वाले कप्तान रोहित शर्मा ने ताबड़तोड़ अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए 47 रन बनाए लेकिन वह एक बार फिर लंबी पारी खेलने में असफल रहे। विराट कोहली और केएल राहुल ने भी अर्धशतक जमाया, लेकिन इनके अलावा शुभमन गिल श्रेयस अय्यर और सूर्यकुमार यादव इस अहम मुकाबले में कुछ खास नहीं कर सके, जिसके कारण टीम इंडिया 250 का स्कोर भी खड़ा नहीं कर पायी।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी कंगारुओं की टीम ने ताबड़तोड़ अंदाज में बल्लेबाजी शुरू की और पहले दो ओवरों में ही 28 रन बना डाले। हालांकि इसके बाद एक के बाद लगातार तीन विकेट जरूर गिरे लेकिन ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी करना जारी रखा।
पूरे टूर्नामेंट में शानदार लय में दिख रही भारतीय गेंदबाजी की ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने जमकर धुनाई करते हुए 43वें ओवर में ही लक्ष्य को हासिल कर दिया। भारत की इस हार से करोड़ों क्रिकेट फैंस को निराशा हाथ लगी।