विकास कुमार
इंडिया गठबंधन में प्रधानमंत्री पद के कई दावेदार हैं। नीतीश कुमार,ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल को पीएम पद का दावेदार बताया जा रहा है। वहीं कांग्रेस के दिग्गज नेता शशि थरूर ने राहुल गांधी या मल्लिकार्जुन खरगे को पीएम पद का दावेदार बताया है। शशि थरूर के इस बयान से नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू को बड़ा धक्का लगा है क्योंकि लंबे अरसे से जेडीयू नीतीश कुमार को पीएम मटेरियल बता रही है। लेकिन शशि थरुर के बयान से नीतीश कुमार की उम्मीदों को धक्का लगा है। वहीं केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने नीतीश कुमार पर तंज कसा है। चौबे ने कहा कि नीतीश कुमार ऐसे ही लटके रहेंगे।
वहीं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार को पहले ही झटका लग चुका है क्योंकि कांग्रेस के पीछे राहुल गांधी खड़े हैं। इसलिए लालू यादव ही नीतीश कुमार को लंगड़ी मार रहे हैं।
नीतीश कुमार ने इंडिया गठबंधन के संयोजक बनने के लिए बहुत हाथ पैर मारा लेकिन कांग्रेस ने नीतीश कुमार को कोई भाव नहीं दिया और अब प्रधानमंत्री पद की दावेदारी को लेकर भी नीतीश कुमार मन मसोस कर ही रह गए हैं। दरअसल बिहार में भी गुजरते वक्त के साथ जेडीयू का संगठन कमजोर होते चला गया। ऊपर से नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी के नेताओं को दरकिनार कर अफसरों को सिर आंखों पर बिठा लिया। बिहार के चार-पांच अफसर के हाथों में ही सरकार की बागडोर आ गई और अफसरशाही के छांव तले बिहार में लोकतंत्र सिसकियां लेने लगा। सरकारी दफ्तर पैसों की उगाही के सेंटर बन गए। इधर आम जनता भी सुशासन के खोखले दावों को सुनकर तंग आ चुकी थी। इसलिए बिहार की आम जनता ने जेडीयू को पूरी तरह से नकार दिया लेकिन तिकड़मबाजी के जरिए नीतीश कुमार मुख्यमंत्री की गद्दी पर विराजमान रहे। ऐसे में नीतीश के सियासी इकबाल पर कांग्रेस और लालू यादव को ही भरोसा नहीं रह गया है इसलिए पीएम पद तो दूर की बात है नीतीश को इंडिया गठबंधन का संयोजक तक नहीं बनाया गया।