मैनपुरी (बीरेंद्र कुमार): जनता दल यूनाइटेड बिहार में एनडीए से अलग होने के बाद से ही हर वह कदम उठाने में लग गई है,जिससे बीजेपी की परेशानी बढ़ जाय। ऐसे में जेडीयू ने यह तय किया है कि इसके दिग्गज मैनपुरी जाकर डिंपल यादव के पक्ष में चुनाव प्रचार करेंगे। इस योजना के तहत जेडीयू के प्रमुख महासचिव केसी त्यागी एवं महासचिव धनंजय सिंह मैनपुरी लोक सभा में डिंपल यादव को जिताने के लिए चुनाव प्रचार करेंगे।
जेडीयू की इंट्री का मैनपुरी चुनाव पर प्रभाव
जेडीयू के इस फैसले के बाद मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में कई तरह के बदलाव देखने को मिल सकते हैं। खासतौर से पूर्वांचल में इसका असर दिखना तय है। जेडीयू की ओर से जारी पत्र में पहले दोनों पूर्व सांसदों के मंगलवार को ही मैनपुरी जाने का कार्यक्रम था, लेकिन इसे स्थगित कर दिया गया है। अब बुधवार एवं वृहस्पतिवार को जदयू नेता मैनपुरी में रहेंगे। वे विभिन्न इलाके में जनसभा को संबोधित करेंगे।
जेडीयू के इस प्रयास को भविष्य की रणनीति के तौर पर भी देखा जा रहा है, क्योंकि जनता दल यूनाइटेड ने भाजपा से नाता तोड़ने के बाद बिहार में राष्ट्रीय जनता दल के साथ मिलकर सरकार बनाई है। मुलायम और लालू प्रसाद परिवार के बीच रिश्तेदारी भी है। जनता दल यूनाइटेड और राष्ट्रीय जनता दल संगठनात्मक रूप से रायबरेली एवं पूर्वांचल के कई जिलों में सक्रिय भूमिका में है। ऐसे में जेडीयू के इस कदम को भविष्य में नए गठबंधन के तौर पर भी देखा जा रहा है।
जेडीयू के मैनपुरी लोकसभा के इस उपचुनाव में इंट्री की वजह से अगर डिंपल यादव जीत जाती है, तो उससे बीजेपी का मनोबल पूरे देश में गिरेगा। इसका प्रत्यक्ष लाभ जेडीयू को बिहार में मिलेगा। साथ ही गंठबंधन के लिए सपा के रूप में एक नए और मजबूत पार्टी का साथ मिलेगा तो आगामी लोक सभा या अन्य चुनाव में जेडीयू इसका लाभ ले सकता है।