विकास कुमार
नई संसद की कार्यवाही के पहले ही दिन मोदी सरकार ने ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ पेश कर दिया है। इस अधिनियम के जरिए लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण दिया जाएगा। लोकसभा में इस बिल को पेश करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई अहम बयान दिए हैं। मोदी ने कहा कि महिलाओं को अधिकार देने के और ऐसे कई पवित्र काम के लिए ईश्वर ने उन्हें चुना है। मोदी ने कहा कि 19 सितंबर की ये तारीख इतिहास में अमरत्व को प्राप्त करने जा रही है,क्योंकि इसी दिन महिलाओं को आरक्षण देने वाला बिल पेश किया गया है।
मोदी ने कहा कि ये बहुत ज़रूरी है कि नीति निर्धारण में नारी शक्ति अधिकतम योगदान दे और महत्वपूर्ण भूमिका निभाए। मोदी ने कहा कि उनकी सरकार संविधान संशोधन विधेयक प्रस्तुत कर रही है,जिसका लक्ष्य लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाना है। मोदी ने कहा कि वे नारी शक्ति वंदन अधिनियम पेश कर रहे हैं।
लोकसभा चुनाव से पहले ये मोदी सरकार का एक मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है,हालांकि इस फैसले से नीति निर्माण में सर्वोच्च स्तर पर महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी। ये देर से लिया गया एक सही फैसला है इसलिए हर पार्टी को इसका स्वागत करना चाहिए।