पटना (बीरेंद्र कुमार): बिहार के शातिर अपराधी रजनीश सिंह उर्फ बउआ और मनीष सिंह को उत्तर प्रदेश पुलिस ने वाराणसी के बड़ागांव थाना के भेलखा गांव के समीप रिंग रोड पर मुठभेड़ में मार गिराया। रजनीश और मनीष दोनों सहोदार भाई थे। इस मुठभेड़ में इनका बड़ा भाई कुख्यात ललन सिंह फरार होने में सफल रहा। ये तीनों 8 सितंबर को बाढ़ कोर्ट की हाजत से फरार हो गए थे। इस मुठभेड़ में दोनों से करीब 20 राउंड गोली चली। मुठभेड़ में वाराणसी पुलिस के जवान शिव बाबू भी घायल हो गए। घटनास्थल से पुलिस ने 8 नवंबर को वाराणसी के लक्खा थाने के सब इंस्पेक्टर अजय यादव को गोली मारकर लूटी गई 9 एमएम की पिस्टल एक देसी पॉइंट थी टू की पिस्टल मोबाइल फोन और बाइक बरामद की है।
19 मार्च को पकड़े गए थे तीनों भाई
समस्तीपुर के मोहद्दीनगर आनंद गोलू आदिवासी सहोदर भाई ललन सिंह रजनीश सिंह और बबुआ और मनीष सिंह को पुलिस ऑफिसर की हत्या एवं पीएनबी कैश वैन लूट कांड और हत्या के 7 मामलों में पटना पुलिस ने 29 मार्च 2017 को गिरफ्तार किया था लेकिन 8 सितंबर 2022 को बाढ़ कोर्ट हाजत के शौचालय की दीवार में सेंधमारी कर यह तीनों फरार हो गए थे इन तीनों के खिलाफ केस अब अंतिम चरण में था।
तीनों भाइयों पर क्या थे आरोप
ललन रजनीश और मनीष पर बिहार के समस्तीपुर नालंदा और पटना जिला में सब इंस्पेक्टर की हत्या कर सर्विस रिवाल्वर लूटने, बेलछी के बाघटीला में पीएनबी के कैश वैन से ₹60 लाख लूटने और तीन गार्ड और चालक की हत्या के साथ ही कई अन्य संगीन अपराधिक वारदातों को अंजाम देने का आरोप है।
पटना से पहुंचे वाराणसी और वहां सब इंस्पेक्टर को मारी गोली
ये तीनों भाई पटना से भागकर वाराणसी पहुंचे और वहां छिपकर रहते हुए आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने लगे । इसी बीच 8 नवंबर की शाम वाराणसी के रोहनिया क्षेत्र में नक्शा थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर अजय यादव को गोली मारकर उनकी सरकारी पिस्टल कारतूस पर्स और मोबाइल फोन लूट लिया था। इसके बाद से वाराणसी पुलिस को इनकी तलाश थी। लोकेशन मिलने पर पुलिस ने इन तीनों भाइयों को चारों तरफ से घेर लिया। अपने आप को घिरा देख इन लोगों ने फायरिंग शुरू कर दी इसके जवाब में वाराणसी पुलिस ने भी फायरिंग करते हुए रजनीश और मनीष को मार गिराया जबकि बड़ा भाई ललन सिंह वहां से फरार होने में सफल रहा।