विकास कुमार
मराठा आरक्षण आंदोलन के दौरान लाठीचार्ज के बाद से विपक्ष गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस पर हमलावर है। इस मामले में आदित्य ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना-यूबीटी के विधायकों ने राज्यपाल रमेश बैस से मुलाकात की है। इस मुलाकात में राज्यपाल से गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस का इस्तीफा लिए जाने की मांग की गई है,वहीं आदित्य ठाकरे ने कहा कि जालना में सरकार द्वारा अमानवीय लाठीचार्ज के खिलाफ शिवसेना उद्धव बाला साहेब ठाकरे पार्टी के विधायकों ने राज्यपाल से मुलाकात की। लोगों को पता होना चाहिए कि शिवसेना-बीजेपी सरकार में जनरल डायर कौन है। सीएम एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार में जनरल डायर कौन है? जांच होगी, आईएएस-आईपीएस अधिकारी सस्पेंड होंगे लेकिन जनरल डायर का क्या? दरअसल, ऐसे लाठीचार्ज के बाद सीएम को इस्तीफा दे देना चाहिए।
वहीं, आदित्य ठाकरे ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद भी बयान दिया है,उन्होंने कहा कि राज्यपाल महोदय से मैं यही चाहता हू्ं कि एक्शन लिया जाए, हम सारे लोग चाहते हैं। पूरा महाराष्ट्र भी यही चाहता है क्योंकि यह सरकार निकम्मी है। ये मैं नहीं कह रहा है, सुप्रीम कोर्ट के ऑब्जर्वेशन में भी यही बात सामने आई थी सिर्फ शब्द अलग इस्तेमाल हुए थे। सबसे अहम बात यह है और मैंने राज्यपाल से यही विनती की है कि सीएम को बुलाकर समझाएं कि आंदोलन को ऐसा नहीं उठाया जाता है। कायदा भी एक चीज होती है और उस कायदे के हिसाब से चलना चाहिए। देश का जो कानून है उसे अपनाया जाना चाहिए, ये जो सत्ता बिठाई गई है वह भी कानून के बाहर है।”
वहीं चौतरफा दवाब पड़ता देखकर डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़णवीस बैकफुट पर आ गए हैं। देवेंद्र फडणवीस ने मराठा प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज की घटना पर माफी मांग ली है, लेकिन विधान परिषद में विपक्ष के नेता अम्बादास दानवे ने कहा कि सिर्फ माफी मांगना काफी नहीं है।दानवे ने गृह मंत्री का जिम्मा संभाल रहे फड़णवीस से इस्तीफे की मांग की है। बीजेपी और एकनाथ शिंदे की सरकार को लेकर मराठा समाज में आक्रोश का माहौल है।आने वाले चुनाव में मराठा समाज बीजेपी को करारा जवाब देगा।