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केंद्र सरकार ने अचानक संसद के विशेष सत्र को बुलाया है। लेकर कई तरह की बातें सामने आ रही है। हालांकि इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि अचानक इस सत्र के पीछे की क्या रणनीति है। यह सत्र पांच दिनों तक चलेगा। 18 से 22 सितम्बर तक चलने वाले इस सत्र में संभव है कि कई उन बिलों को पास करने की बात होगी जो काफी जरुरी है। लेकिन जानकार यह भी मान रहे हैं ऐसा कौन सा बिल है जो अचानक जरुरी हो गया है।
यह विशेष सत्र अचानक बुलाया गया है। जिसके बाद से यह चर्चा होनी शुरू हो गई है कि आखिर पांच दिनों तक चलने वाली संसद की कार्यवाही में सरकार क्या करने वाली है? क्या सरकार की ओर से कोई बिल पेश होगा या फिर मामला कुछ और है। हालांकि इस सत्र के दौरान इन चार मुद्दों पर सदन में हंगामा हो सकता है 1. चीन का नया मैप 2. मणिपुर हिंसा 3.अडाणी-हिंडनबर्ग 4.महंगाई
बता दें कि मानसून सत्र के दौरान मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर भारी हंगामा हुआ था। विपक्ष इस मुद्दे पर दोनों सदनों में व्यापक बहस करना चाहती थी। विपक्ष की ओर से सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी लाया गया था। राहुल गांधी, मनोज झा समेत कई नेताओं ने केंद्र सरकार पर मणिपुर मामले को लेकर जोरदार हमला बोला था। अविश्वास प्रस्ताव पर हुई चर्चा के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने अंत में जवाब दिया था। बाद में विपक्ष का प्रस्ताव गिर गया। यह मानसून सत्र 20 जुलाई से 11 अगस्त के बीच चला था जिसमें कई अहम बिल भी पारित किये गए थे।