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कांग्रेस नेता राहुल गाँधी की लोकसभा सदस्यता बहाल होने के बाद उन्हें एक बार फिर से रक्षा संसदीय स्थायी समिति का सदस्य बनाया गया है। इससे पहले भी वे इस समिति के सदस्य रहे लेकिन लोकसभा की सदस्यता ख़त्म के बाद इस समिति से उनका नाम हटा दिया गया था। सांसद राहुल गांधी के साथ कांग्रेस के ही सांसद अमर सिंह को भी इसी समिति में नामित किया गया है।
सुप्रीम कोर्ट ने सात अगस्त को राहुल गांधी की सदस्यता फिर से बहाल कर दी। इसके बाद बुधवार को फिर से स्थाई समिति का सदस्य नाामित कर दिया गया। गौरतलब है कि मोदी सरनेम पर टिप्पणी करने के कारण मार्च में गुजरात की एक कोर्ट ने राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई थी। इसी आधार पर संसद में लोकसभा से उनकी सदस्यता भी चली गई। यह नियम है कि अगर किसी भी संसद सदस्य, विधानमंडल सदस्य, विधानसभा सदस्य को न्यायालय सजा सुना देता है तो वह संसद या फिर विधायिका का सदस्य नहीं रह सकता है।
सांसद राहुल गांधी ने 2019 में कर्नाटक में एक रैली में कहा था कि सभी चोरों का एक सरनेम मोदी कैसे हो सकता है। इसके बाद एक व्यक्ति ने सांसद राहुल गांधी पर केस कर दिया और फिर उन्हें इस मामले में दो साल की सजा हो गई। इसी सजा के मिलते ही वह अयोग्य घोषित कर दिए गए। 4 अगस्त को उच्चतम न्यायालय ने राहुल गांधी को सजा से राहत दी। राहुल गांधी वायनाड से सांसद हैं।
आम आदमी पार्टी के नवनिर्वाचित लोकसभा के एकमात्र सदस्य सुशील कुमार रिंकू को भी कृषि, पशुपालन और फूड प्रोसेसिंग समिति के लिए नामित किया गया है। वह जालंधर से लोकसभा का उपचुनाव जीतकर सांसद बने हैं। इसके साथ एनसीपी सांसद फैजल पीपी मोहम्मद को उपभोक्ता मामले, भोजन और सार्वजनिक वितरण समिति में नामित किया गया है।

