विकास कुमार
अब झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मोदी सरकार के रडार पर आ गए हैं। प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने जमीन घोटाला मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को नोटिस भेजा है। ईडी इस मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के परिवार की संलिप्तता भी मान रही है। हालांकि इस नोटिस में परिवार के सदस्य के नाम का जिक्र नहीं किया गया है,लेकिन 14 अगस्त को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय बुलाया गया है। इससे पहले ईडी ने अवैध खनन मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से 18 नवंबर 2022 को करीब 10 घंटे तक पूछताछ की थी। ई़डी ने इस पूछताछ में पत्थर खनन से जुड़े कई सवाल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पूछे थे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ईडी को एक खुली चिट्ठी लिखकर चुनौती दी थी। अब एक बार फिर हेमंत सोरेन जमीन घोटाला मामले में ईडी की रडार पर हैं।
रांची में हुए जमीन घोटाले की जांच में अब कथित तौर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का नाम भी सामने आ रहा है। इस मामले में रांची प्रमंडल के तत्कालीन आयुक्त नितिन मदन कुलकर्णी की रिपोर्ट के आधार पर जांच हो रही है। सेना के कब्जे वाली जमीन के सिलसिले में जांच कर आयुक्त ने रिपोर्ट सरकार को सौंपी थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि फर्जी नाम और पते के आधार पर सेना की जमीन पर अवैध कब्जा किया गया है। इसी मामले में रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन और बड़गाईं अंचल के अंचलाधिकारी मनोज कुमार पर शिकंजा कस चुका है।
19 जुलाई 2022 को मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को गिरफ्तार किया गया था। मिश्रा के पास से ईडी को सीएम हेमंत सोरेन के बैंक खाते से जुड़ा चेक बुक मिलने की सूचना थी। ईडी के पास कई और ऐसे सबूत हैं जिसके संबंध में मुख्यमंत्री से सवाल किए जाने हैं। ईडी ने पीएमएलए कोर्ट में दाखिल चार्जशीट में जिक्र किया है कि 2 ब्लैंक चेक पर मुख्यमंत्री के हस्ताक्षर भी थे। प्रेम प्रकाश की गिरफ्तारी के बाद भी कई खुलासे हुए हैं। अब जमीन घोटाला मामले में भी सीएम और उनके परिवार का नाम सामने आ रहा है।
हेमंत सोरेन इंडिया गठबंधन की हर बैठक में शामिल रहे हैं,इसलिए इंडिया गठबंधन इसे एनडीए सरकार की साजिश ही बताएगा,लेकिन अब झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ईडी की रडार पर आ गए हैं। अगर ईडी को उनके खिलाफ ठोस सबूत हाथ लगे तो आने वाले वक्त में हेमंत सोरेन की मुश्किलें और भी बढ़ सकती हैं।