विकास कुमार
एक पुरानी कहावत है कि दिल्ली की राजपथ का रास्ता लखनऊ की गलियों से होकर जाता है, यानी जो राजनीतिक दल उत्तर प्रदेश को जीतता है वह दिल्ली के सिंहासन पर आसानी से कब्जा कर लेता है। इसलिए बीजेपी और विपक्षी दल उत्तर प्रदेश में सियासी बढ़त के लिए पूरी ताकत झोंक रहे हैं। बीजेपी ने पूर्वांचल में बेहतर प्रदर्शन के लिए ओमप्रकाश राजभर के साथ नया गठजोड़ तैयार किया है। बीजेपी आलाकमान को उम्मीद है कि वह इस गठजोड़ से बिहार में संभावित नुकसान की भरपाई कर लेगी। खास बात ये है कि इस बार सपा और बसपा में गठबंधन नहीं होने से बीजेपी को फायदा मिलता दिख रहा है।
2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए अब लगभग एक साल से भी कम का समय बचा है। एक बार फिर से सभी की नजर देश में सबसे ज्यादा लोकसभा सीट वाले राज्य उत्तर प्रदेश पर टिक गई है। ऐसे में उत्तर प्रदेश को लेकर ओपिनियन पोल किया जा रहा है। यूपी की जनता का मूड जानने के लिए इंडिया टीवी सीएनएक्स ने भी ओपिनियन पोल किया है।
इंडिया टीवी सीएनएक्स के ओपिनियन पोल में उत्तर प्रदेश की सियासी हालात का अंदाजा लगाया गया है। अगर आज चुनाव हुए तो यूपी की 80 लोकसभा सीटों में बीजेपी को 70 सीट मिलने का अनुमान लगाया गया है। वहीं समाजवादी पार्टी को 4, कांग्रेस को 2, अपना दल को 2, राजभर को 1 और आरएलडी को एक सीट मिलने का अनुमान है। वहीं बसपा को शून्य सीट आने का अनुमान जताया गया है। इसका मतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनाव की तुलना में बीजेपी को यूपी में फायदा होता दिख रहा है। 2019 में यूपी में बीजेपी को 62 सीटों पर जीत मिली थी। वहीं 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 71 सीटों पर जीत हासिल की थी। ऐसे में आज चुनाव हुए तो अपने सहयोगियों के साथ बीजेपी यूपी में 2014 के इतिहास को दोहरा सकती है।