न्यूज डेस्क
श्रीरामजन्मभूमि में निर्माणाधीन दिव्य मंदिर में रामलला के श्रीविग्रह की प्रतिष्ठा का साप्ताहिक अनुष्ठान 17 से 24 जनवरी जय हो गया है। 24 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा होने के साथ उनके नेत्र भी खोल दिए जाएंगे। इसके साथ ही श्रद्धालुओं के लिए रामलला के दिव्य दर्शन भी शुरू हो जाएंगे। श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के न्यासी डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि 14/15 जनवरी 2024 को सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगें इसके कारण मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाई जाएगी। इसी तिथि से सूर्यदेव उत्तरायण भी होंगे और मांगलिक कार्यक्रम शुरू हो जाएंगे। इसलिए प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान 17 जनवरी को शुभ मुहूर्त में शुरू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अनुष्ठान के अंतिम दिन प्राण प्रतिष्ठा के साथ भगवान के नेत्र भी खोले जाएंगे। उसके बाद ही दर्शन शुरू होंगे।
जानकारी के मुताबिक भूमि पूजन की ही तर्ज पर प्रतिष्ठा महोत्सव में भी आमंत्रित अतिथि सीमित होंगे। रामलला के प्रतिष्ठा समारोह को देशव्यापी बनाने की योजना के चलते अयोध्या के मुख्य समारोह में आमंत्रित अतिथियों की संख्या को फिर सीमित करने पर विचार किया जा रहा है।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए ट्रस्ट ने देश के शीर्ष ज्योतिषियों से मुुहूर्त निकलवाए हैं। ज्योतिषियों की ओर से दिए गए शुभ मुुहूर्त में 21, 22, 24 व 25 जनवरी की तिथि शामिल हैं। ट्रस्ट सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो सकती है, क्योंकि यह सबसे उत्तम तिथि बताई जा रही है। यह भी तय है कि रामलला को नए घर में विराजमान करने पीएम मोदी आएंगे। 15 जून को भरतकुंड में आयोजित जनसभा में सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी कहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। इससे पहले अयोध्या सुंदरतम नगरी बन जाएगी। वहीं श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से पीएम मोदी को आमंत्रण भी भेजा जा चुका है। प्राण प्रतिष्ठा के लिए रामलला की अचल मूर्ति के निर्माण का काम भी तेजी से चल रहा है। नवंबर तक मूर्ति बनकर तैयार हो जाएगी।