न्यूज डेस्क
केंद्र सरकार ने दालों की बढ़ती कीमतों के मद्देनजर देश में उत्पादन बढ़ाने के उदेश्य से अरहर, मूंग और उड़द की दाल की एमएसपी यानि न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ोत्तरी की हैं । पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में 2023-24 मार्केटिंग सीजन के लिए खरीफ फसलों के एमएसपी में बढ़ोतरी पर मुहर लगा दी गई। जिसमें अरहर दाल के एमएसपी में 400 रुपये की बढ़ोतरी कर 7000 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। उड़द दाल की एमएसपी में भी 350 रुपये की बढ़ोतरी कर 6950 रुपये प्रति क्विंटल और मूंग के एमएसपी में 10.4 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 7755 रुपये से बढ़ाकर 8558 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है।
इसके अलावा सरकार ने 2023-24 फसल वर्ष (जुलाई-जून) के लिए धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 143 रुपये बढ़ाकर 2,183 रुपये प्रति क्विंटल करने की घोषणा की है। इस कदम का मकसद किसानों को धान की खेती के लिए प्रोत्साहन देना और उनकी आमदनी बढ़ाना है।
सरकार के इस फैसले से बड़ा फायदा किसानों को होगा जो अरहर दाल की ज्यादा बुआई करने के लिए प्रेरित होंगे साथ ही उपज पर ज्यादा कीमत मिलेगी। ट्रेडर्स से लेकर मिलर्स ने सरकार ने अरहर दाल की एमएसपी में बढ़ोतरी किए जाने की मांग की थी जिससे देश में अरहर दाल की ज्यादा पैदावार हो सके। पिछले कुछ महीनों में अरहर दाल की कीमतों में 10 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी देखने को मिली है। अरहर दाल की एमएसपी फिलहाल मूंग दाल की एसएसपी 7755 रुपये प्रति क्विंटल से कम है। देश में अरहर दाल की खपत को पूरा करने सरकार ने 2023-24 मार्केटिंग सीजन के लिए अतिरिक्त मात्रा में अरहर दाल का आयात किया है जिससे घरेलू मार्केट में बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाई जा सके।
कैबिनेट बैठक के बाद खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि कृषि क्षेत्र में हम कृषि लागत एवं मूल्य आयोग (सीएसीपी) की सिफारिशों के आधार पर समयबद्ध तरीके से एमएसपी तय करते हैं। पिछले वर्षों की तुलना में इस साल एमएसपी में अधिक बढ़ोतरी की गई है। उन्होंने कहा कि ऐसे समय जबकि खुदरा मुद्रास्फीति नीचे आ रही है, एमएसपी में बढ़ोतरी से किसानों को फायदा होगा।