न्यूज़ डेस्क
कर्नाटक चुनाव से पहले कांग्रेस ने अपना घोषणा पत्र जारी किया। मंगलवार को जारी इस घोषणा पत्र में कई वादे किये गए। इन्ही वादों की सूची में यह भी दर्ज था कि अगर कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनती है तो बजरंग दल पर प्रतिबन्ध लगाया जाएगा। कांग्रेस के इस वादे पर राजनीति शुरू हो गई। बजरंग दल पर प्रतिबंध के मसले पर प्रधानमंत्री मोदी भी बोल रहे हैं और बीजेपी के सभी नेता भी राग अलाप रहे हैं। लगता है इसमें हिंदूवादी राजनीति की बात है। लाभ की संभावना है !
बता दें कि कांग्रेस के घोषणापत्र में विश्व हिंदू परिषद की युवा ईकाई बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव है। कांग्रेस के घोषणा पत्र में कहा गया है कि वो सभी संगठन, जो जाति और धर्म के आधार पर समुदायों में नफरत और दुश्मनी फैलाते हैं, उन्हें प्रतिबंधित किया जाएगा। कांग्रेस के इस वादे से सियासत गरमा गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसे लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है। कर्नाटक में भाजपा के लिए चुनाव प्रचार कर रहे असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने भी कांग्रेस के इस वादे को मुस्लिम मतदाताओं का तुष्टिकरण करने की कोशिश बताया है।
कांग्रेस के बजरंग दल पर बैन लगाने के वादे पर बजरंग दल ने विरोध शुरू कर दिया है। इसी विरोध के तहत बजरंग दल आज राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में विरोध प्रदर्शन करेगा। साथ ही कर्नाटक में भी जगह-जगह बजरंग दल से जुड़े लोग कांग्रेस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान हनुमान चालीसा का पाठ भी बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा किया जाएगा। इन विरोध प्रदर्शनों में बड़ी संख्या में बजरंग दल कार्यकर्ताओं और समर्थकों के शामिल होने का अनुमान है।
बजरंग दल पर बैन लगाने के कांग्रेस के वादे पर प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को तीखा हमला बोला। प्रधानमंत्री ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि ‘पहले कांग्रेस ने भगवान राम को ताले में बंद किया और अब वह जय बजरंग बली बोलने वालों को ताले में बंद करना चाहते हैं।’
विजयनगर जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं भगवान हनुमान की धरती पर आया हूं और ये मेरा सौभाग्य है लेकिन दुर्भाग्य देखिए कि जब मैं इस धरती को सम्मान देने आया हू्ं तभी कांग्रेस ने फैसला किया है कि वह भगवान हनुमान को कैद करेगी। कांग्रेस को पहले श्री राम से दिक्कत थी और अब उन्हें उन लोगों से भी दिक्कत है जो जय बजरंग बली बोलते हैं।