अखिलेश अखिल
पीएम मोदी आज से कर्नाटक के चुनावी मैदान में उतर रहे हैं। इसके लिए बीजेपी ने खूब तैयारियां की है। बीजेपी को उम्मीद है कि प्रधानमंत्री मोदी जब लोगों के बीच आएंगे तो समा बदल जाएगी। कर्नाटक की जनता आज भी पीएम मोदी के मुरीद हैं और उनका इकबाल ऐसा है कि कोई भी विपक्ष उनके सामने टिक नहीं सकता। बीजेपी नेताओं की यही समझ है। कुछ बीजेपी नेताओं ने यहां तक कहा है कि आजादी के लम्बे समय के बाद किसी प्रधानमंत्री की पूरे देश भर की जनता अपना नेता मानती है और फिर मोदी जी ने जो किया है वह तो आज तक हुआ नहीं। पिछले दिनों एक पत्रकार ने सवाल किया कि कोई पांच काम बताएं जिस पर बीजेपी को गर्व हो। हालांकि नेता जी ने कोई जवाब तो नहीं दिया लेकिन यह जरूर कहा कि अब देश में दंगा नहीं हो सकता। लेकिन यह सब बीजेपी नेताओं की सोंच भर है। इसके मायने आप जो भी निकाल लें लेकिन इतना तो साफ़ है कि अब बीजेपी की राजनीति कुंद होने लगी है। कई सवाल उठने लगे हैं और फिर मोदी की चुप्पी के कई मायने भी निकल रहे हैं।
ऐसे में बड़ा सवाल तो यही है कि क्या पीएम मोदी के कर्नाटक में प्रचार करने से बीजेपी के पक्ष में माहौल बन सकता है ? सवाल यह भी है कि क्या पीएम मोदी का इक़बाल आज भी बरक़रार है ?इस पर बात होगी लेकिन पहले एक नजर पीएम मोदी के कर्नाटक दौरे पर एक नजर डालने की जरूरत है।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शनिवार से चुनावी बिगुल बजाने जा रहे हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री दो दिनों में 6 रैलियां और दो रोड शो करेंगे। पीएम मोदी के अलावा कर्नाटक में बीजेपी के दिग्गज नेता अमित शाह, जगत प्रकाश नड्डा, राजनाथ, शिवराज सिंह चौहान और योगी आदित्यनाथ भी रोड शो और रैली करेंगे। प्रधानमंत्री अपने तय कार्यक्रम के अनुसार शनिवार सुबह 11 हुमनाबाद पहुंचेंगे फिर दोपहर 1 बजे विजयपुरा और दोपहर 2.45 बजे कुडाची में रैली को संबोधित करेंगे। इन रैलियों के बाद पीएम मोदी शाम को बेंगलुरु जाएंगे, जहां वह मेगा रोड शो करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी की 30 अप्रैल की सुबह 11.30 बजे कोलार में जनसभा है। इसके बाद दोपहर 1.30 बजे रामनगर जिले के चन्नापटना में रैली करेंगे। रामनगर के बाद पीएम हासन के बेलूर जाएंगे जहां 3 बजकर 45 मिनट पर लोगों को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी रविवार शाम टीपू सुल्तान के शहर मैसूर में होंगे। मैसूर में प्रधानमंत्री रोड शो के जरिए बीजेपी के लिए वोट मांगेंगे।
बता दें कि कर्नाटक में पीएम मोदी की रैलियों की शुरुआत ऐसे वक्त पर हो रही है जब वोटिंग में महज 10 दिन बाकी है। ऐसे में बीजेपी को उम्मीद है कि उनका ये तुरुप का इक्का इस बार भी चुनावी बाजी को उसके पक्ष में पलट देगा। कर्नाटक में 224 सीटों वाली विधानसभा के लिए एक चरण में मतदान किया जाना है। चुनाव के परिणाम 13 मई को घोषित किये जाएंगे।
तो ये हैं पीएम मोदी के कर्नाटक कार्यक्रम। लेकिन सबसे बड़ी बात तो यही है कि क्या पीएम मोदी इस बार के चुनाव में पार्टी की जीत दिला सकते हैं ?जानकार मान रहे हैं कि अभी तक पीएम मोदी की छवि पर लोग यकीन करते रहे हैं। मोदी के नाम पर ही बीजेपी वोट भी मांगती रही है लेकिन पिछले कुछ सालों में कई मसलों को लेकर पीएम मोदी की चुप्पी अब जनता की समझ में आ गई है। वे लोग जो कल तक बीजेपी के कट्टर समर्थक बन गए थे अब उनकी आँखे भी खुल गई है। ऐसे में अब बहुत से लोग पीएम मोदी के इकबाल को सही नहीं मान रहे। लोग यह भी कह रहे हैं कि बीजेपी के पास आज अब कोई नेता नहीं है। अगर मोदी को अलग कर दिया जाए तो किसी भी नेता में कोई दम नहीं है जो अपना चुनाव भी वह जीत सके।
ऐसे में कर्नाटक के चुनाव परिणाम चाहे जो भी हों इस बार के चुनाव में बीजेपी कोई बड़ा खेल करने की स्थिति में नहीं है। कर्नाटक की मौजूदा सरकार बदनाम हो चुकी है और कांग्रेस ने इसे बड़े स्तर पर प्रचारित भी किया है। कर्नाटक का चुनाव जितना बीजेपी के लिए अहम् है उतना ही कांग्रेस के लिए भी। बीजेपी चुनाव जीत जाती है तो मोदी का इकबाल फिर से कायम हो सकता है और कांग्रेस यह चुनाव जीत जाती है तो उसका अगला खेल आसान हो सकता है। पीएम मोदी इन सभी बातों को जानते हैं। लेकिन दिक्कत यही है कि समय सबका बदलता है। बीजेपी का समय भी बदल रहा है और कांग्रेस का समय भी बदलता दिख रहा है।